शनि गोचर 2016

न्याय का स्वामी शनि 2016 में भी पिछले वर्ष की तरह ही वृश्चिक राशि में मौज़ूद रहेंगे। यदि नक्षत्रों की बात करें तो शनि ज्येष्ठा नक्षत्र में रहने वाले हैं। शनि की ऐसी स्थिति के कारण देश-दुनिया में आपसी मेल-मिलाप की कमी रह सकती है।

Jaane saal 2016 mein shani ka gochar kon si rashi ke liye kitna shubh hai.

2016 में शनि का गोचर

न्याय व दंड के स्वामी शनि पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी वृश्चिक राशि में बने रहेंगे। इस वर्ष शनि बुध के नक्षत्र ज्येष्ठा में रहेंगे। कालपुरूष की कुण्डली में बुध तीसरे व छठे भाव का स्वामी है। अत: आपको अपने पडोसियों और मित्रों का पूरा सम्मान करना होगा। किसी पर पूरी तरह निर्भर न रहें। आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें और स्वयं पर विश्वास रखें। बेवजह क़र्ज लेने से बचें। इस गोचर से देश का साम्प्रदायिक माहौल ख़राब हो सकता है। वक़ीलों, ब्रोकरों, आदि को सूझ-बूझ से काम लेना होगा। आइए जानते हैं कि शनि की इस स्थिति का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

मेष राशि

साल 2016 में शनि आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे। इसका अर्थ यह है कि मेष राशि पर शनि की ढ़इया का प्रभाव रहेगा। यह स्थिति आपके लिए बहुत बेहतर नहीं है। स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने की ज़रूरत है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है, इसलिए सोच-समझकर ख़र्च करें। निवेश संबंधी मामलों में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। नौकरी में कुछ परेशानी आ सकती है, लेकिन मन लगाकर काम करने पर उन्नति संभव है। विरोधी आपको नुक़सान पहुँचाने का प्रयत्न करेंगे, इसलिए सतर्क रहें। प्रेम-संबंधों पर ध्यान दें और परिजनों के साथ समय बितायें। वाणी में शौम्यता बनाये रखें।

उपाय

  1. चींटियों को आटा डालें।
  2. ग़रीबों को जूत्ते व काले वस्त्र दान करें।

वृषभ राशि

साल 2016 में वृषभ राशि वाले जातकों के सप्तम भाव में शनि का गोचर हो रहा है। इस वर्ष आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा, लेकिन यदि पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आयुर्वेद को अपनाएँ और नियमित योग करें। आपको अपने व्यवहार में और अधिक लचीलापन लाने की ज़रूरत है। यदि जीवनसाथी आपसे नाराज़ है, तो उसे प्यार से समझाने का प्रयत्न करें। परिवार के किसी सदस्य की तबियत ख़राब हो सकती है। व्यापार-कारोबार से जुड़े लोगों के लिए यह समय बेहतर है। सहकर्मी व वरिष्ठों से बेहतर संबंध बनाकर चलें। विदेश यात्रा पर जाने की संभावना है।

उपाय

  1. काली गाय की सेवा करें।
  2. काले घोड़े के नाल की अंगूठी पहने।

मिथुन राशि

साल 2016 में मिथुन राशि वाले जातकों के छठे भाव में शनि का गोचर हो रहा है। साथ ही शनि आपके राशि स्वामी बुध की राशि में रहेगा। यह स्थिति आपको बेहतर परिणाम देने वाली है। आप अपने शत्रुओं के परास्त करने में सफल होंगे। आप विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त करेंगे। अचानक कहीं से धन प्राप्त हो सकता है। कार्यस्थल पर आप बेहतर प्रदर्शन करेंगे। नौकरी में भी उन्नति के योग हैं। स्वास्थ्य बेहतर रहने वाला है। विदेशों से भी लाभ के योग बन रहें हैं।

उपाय

  1. काले कुत्ते को भोजन कराएँ।
  2. 7 प्रकार के अनाज़ व दालों को मिश्रित करके पक्षियों को चुगाएँ।

कर्क राशि

इस वर्ष शनि आपके पंचम भाव में गोचर कर रहा है। यह स्थिति आपको मिला-जुला परिणाम देने वाली है। आपका मस्तिष्क इस अवधि में क्रियाशील रहेगा और आप कई रचनात्मक कार्य करेंगे। तकनीक की मदद लेना भी आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होगा। कार्यक्षेत्र में आपको उन्नति के नए अवसर मिलेंगे, जिनका लाभ उठाएँ। यदि किसी के साथ साझेदारी में कोई कार्य कर रहे हैं, तो सावधानी बरतने की ज़रूरत है, अन्यथा नुक़सान हो सकता है। प्रेम-संबंधों में लापरवाही न बरतें। विद्यार्थियों को पढ़ाई पर ध्यान देने की ज़रूरत है। परिजनों से ताल-मेल बनाकर चलना बेहतर होगा। अपने व्यवहार में लचीलापन लायें।

उपाय

  1. पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
  2. मंदिर में बादाम चढ़ाएँ।

सिंह राशि

साल 2016 में शनि आपके चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं। इसका अर्थ है कि इस राशि पर शनि की ढ़ईया का प्रभाव रहेगा। यह स्थिति बेहतर परिणामों की प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करने वाली है। शनि आपके धनेश और लाभेश बुध के नक्षत्र में रहेगा, अत: आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। आपको कार्यक्षेत्र में अतिरिक्त मेहनत करने की आवश्यकता है। नौकरी-पेशा वालों को बेहतर परिणाम मिलेंगे। प्रॉपर्टी और वाहन ख़रीदने के योग हैं। अपने स्वास्थ्य का ख़्याल रखें। परिवार के साथ बेहतर समय व्यतीत करने का प्रयास करें।

उपाय

  1. काली गाय को दूध व चावल खिलाएँ।
  2. हनुमान जी को हर शनिवार सिंदूर चढ़ाएँ।

कन्या राशि

साल 2016 में शनि कन्या राशि वाले जातकों के तीसरे भाव में गोचर करेंगे। शनि आपके राशि स्वामी बुध के नक्षत्र में रहेंगे। यह स्थिति बेहतर परिणाम देने वाली है। आपका आत्मविश्वास चरम पर रहेगा, जो आपको मुश्किल परिस्थितियों से भी निकलने में मदद करेगा। आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी। नौकरी और व्यापार में उन्नति के योग हैं। घर-परिवार में ख़ुशी का माहौल रहेगा। जीवनसाथी के साथ बेहतर संबंध रहेंगे। हालाँकि प्रेम-संबंधों में कुछ दिक्क़तें आ सकती हैं। सेहत को लेकर सावधान रहने की आवश्यकता है। लम्बी दूरी की कोई यात्रा न करें।

उपाय

  1. मांसाहार व शराब से बचें।
  2. शनिवार के दिन बंदरों और काले कुत्तों को लड्डू खिलाएँ।

तुला राशि

साल 2016 में शनि का गोचर तुला राशि वाले जातकों के दूसरे भाव हो रहा है। यानी इस राशि पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव है। यह स्थिति आपसे विशेष सावधानी बरतने की मांग करती है। आर्थिक मामलों में समझदारी से काम लें, बिना सोचे-समझे कोई निवेश न करें। हालाँकि अचानक कहीं से धन की प्राप्ति भी हो सकती है। कहीं दूर-दराज या विदेश यात्रा से लाभ होने की संभावना है। कुछ ज़रूरी कामों में अड़चनें आयेंगी, लेकिन समय रहते वह दूर भी हो जाएंगी। वाणी में संयम बनाए रखें और परिजनों के साथ बेहतर ताल-मेल बनाकर चलें। यदि निवास स्थान बदलने के बारे में सोच रहे हैं, तो अभी रुकना ठीक रहेगा।

उपाय

  1. कुष्ट रोगियों की सेवा करें।
  2. सवा किलो कोयला व एक लोहे की कील काले कपड़े में बाँधकर अपने सिर पर से घुमाकर बहते हुए जल में प्रवाहित करें।

वृश्चिक राशि

साल 2016 में वृश्चिक राशि वालों के प्रथम भाव में शनि का गोचर हो रहा है। इसका अर्थ है कि आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। शनि आपके लाभेश और अष्टमेश बुध के नक्षत्र में है। यह स्थिति मिला-जुला परिणाम देने वाली है। प्रत्येक कार्य को करने में आपको अपेक्षाकृत ज़्यादा समय लगेगा। आपको दबाव में कार्य करना पड़ेगा। हालाँकि आपकी मेहनत व आपका संघर्ष अंतत: बेहतर परिणाम देने वाली है। अपने वरिष्ठों से बेहतर संबंध बनाकर रखें। अपने शत्रुओं से सावधान रहें। अपने ख़र्चों पर नियंत्रण पर रखें और सोच-समझकर निवेश करें। जीवनसाथी की भावनाओं का ख़्याल रखें।

उपाय

  1. बंदरों को गुड़ खिलाएँ।
  2. शराब और मांसाहार से बचें।

धनु राशि

धनु राशि वाले जातकों के द्वादश भाव में इस वर्ष शनि का गोचर हो रहा है। यानी आपकी राशि पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव रहेगा। शनि आपके दशमेश और सप्तमेश बुध के नक्षत्र में है। यह स्थिति रोजमर्रा के कार्यों में बाधा उत्पन्न करने वाली है, लेकिन बाधाओं के बावजूद आपके काम बनेंगे और आपको संतुष्टि मिलेगी। आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी बरतने की ज़रूरत है। अपने ख़र्चों पर नियंत्रण रखें और सोच-समझकर निवेश करें। अपनी वाणी को संतुलित रखने का प्रयास करें।

उपाय

  1. शनिवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएँ व हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  2. शनिवार के दिन जटा वाले ग्यारह नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित करें।

मकर राशि

नए साल 2016 में शनि मकर राशि वाले जातकों के लाभ भाव में गोचर करेंगे। शनि आपके भाग्येश और षष्ठेश बुध के नक्षत्र में हैं। जीवन में कुछ कठिनाईयाँ आ सकती हैं, लेकिन समय रहते दूर भी हो जाएंगी। स्वास्थ्य अमूमन ठीक रहेगा, लेकिन सावधान रहने की आवश्यकता है। क़रीबी लोगों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार में भी लाभ की संभावना है, लेकिन अति-आत्मविश्वास घातक हो सकता है। आर्थिक हालात परिवर्तनशील रहेंगे। परिवार में सब कुछ ठीक-ठाक रहने वाला है। आप जीवन में एक नए उमंग का अनुभव करेंगे।

उपाय

  1. शराब न पीयें और अपना नैतिक चरित्र ठीक रखें।
  2. सरसों के तेल का दान करें।

कुंभ राशि

वर्ष 2016 में शनि कुंभ राशि वाले जातकों के दशम भाव में गोचर करेंगे। शनि पंचमेश व अष्टमेश बुध के नक्षत्र में हैं। यह स्थिति अधिकांश मामलों में आपके लिए अनुकूल रहने वाली है। जल्दबाज़ी में कोई निर्णय न लें। महत्वपूर्ण मामलों में सोच-समझकर निर्णय लेना सफ़लता का मार्ग प्रशस्त करेगा। आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी। व्यापार में लाभ प्राप्त होगा। महत्वपूर्ण मामलों में आपके मित्र आपकी मदद करेंगे। नौकरी में उन्नति के योग हैं।

उपाय

  1. यथा सम्भव अंधों की सेवा करें।
  2. शनिवार के दिन काले कुत्तों को भोजन कराएँ।

मीन राशि

नए साल में शनि मीन राशि वाले जातकों के नवभ भाव में गोचर करेगा। शनि आपके चतुर्थेश और सप्तमेश बुध के नक्षत्र में है। इस वर्ष आपके कई अटके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं। व्यापार में विस्तार होगा। दूर-दराज़ अथवा विदेशों से भी लाभ प्राप्त होने के योग हैं। परिजनों एवं जीवनसाथी के भावनाओं का ख़्याल रखें। पिता व भाई का स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है। ख़ुद का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। कुछ कामों में अड़चनें आएंगी, लेकिन समय रहते वो दूर भी हो जाएंगी। क़रीबी मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

उपाय

  1. जब भी मौक़ा मिले बहते पानी में चावल बहाएँ।
  2. घी लगी रोटी काली गाय को खिलाएँ।

पं हनुमान मिश्रा