Masik Dhanu Rashifal - धनु मासिक राशिफल

Sagittarius Rashifal

स्वास्थ्य: अप्रैल मासिक राशिफल 2025 कहता है कि यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से थोड़ा कमजोर रहने की संभावना है। सर्वप्रथम तो महीने की शुरुआत में मंगल महाराज आपकी राशि पर दृष्टि डालेंगे और उसके बाद 3 अप्रैल से ही वह आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे जिससे अनियमित रक्तचाप और रक्त से जुड़ी समस्याएं, किसी प्रकार की चोट लगने अथवा दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में आपको वाहन चलाते समय बेहद सावधानी रखनी होगी। चौथे भाव में पांच ग्रहों का उपस्थित होना आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इसके अतिरिक्त, आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने षष्ठ भाव में विराजमान रहकर आपकी स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने का काम करते रहेंगे इसलिए आपको पूरे महीने अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। बृहस्पति महाराज के कारण आपके अंदर आलस भी घर कर सकता है इसलिए आपको बहुत समझदारी से चलना होगा और चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए पूर्ण प्रयास करना होगा कि खुद के लिए भी समय निकालें। दिमागी कसरत और शारीरिक अभ्यास करने से आपको स्वास्थ्य समस्याओं में कमी महसूस हो सकती है। आपको छाती में जकड़न और दर्द की समस्या भी परेशान कर सकती है। 14 अप्रैल से सूर्य महाराज मेष राशि में अपनी उच्च अवस्था में पंचम भाव में आएंगे और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगे। आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे, तब धीरे-धीरे स्थितियां सुधरेंगी। इस प्रकार कहा जा सकता है कि‌ इस महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूलता लेकर आ सकता है।

कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। महीने की शुरुआत से लेकर राहु, शुक्र, सूर्य, शनि और बुध, ये पांच ग्रह चतुर्थ भाव में बैठकर आपके सप्तम भाव को प्रभावित करेंगे। महीने की शुरुआत में छठे भाव में बैठे बृहस्पति और सप्तम भाव में बैठे मंगल महाराज की दृष्टि भी दशम भाव पर होगी। दशम भाव में केतु महाराज विराजमान होंगे और बुध भी चतुर्थ भाव में नीच राशिगत होकर बैठे होंगे जो आपके दशम भाव के स्वामी भी हैं। इससे नौकरी में समस्याएं आ सकती हैं और आपके घर-परिवार की समस्याएं नौकरी में समस्या बढ़ा सकती हैं। आपका मन काम में कम लगेगा। काम से जी चुराएंगे और काम में गलतियां होने की संभावना भी बन सकती है। इससे आपको नौकरी में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और नौकरी में कुछ चुनौतियां आपको पीड़ित करेंगी। छठे भाव के स्वामी शुक्र उच्च के होकर चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे जिससे आप अपनी परेशानियों से धीरे-धीरे बाहर निकलने में कामयाब हो सकते हैं। सूर्य महाराज 14 तारीख को आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे जो उनकी उच्च राशि मेष है। इससे आपको एक बड़े पद पर नई नौकरी मिलने की संभावना बनेगी। यदि आप बेरोजगार हैं, तो आपको रोजगार प्राप्ति हो सकती है। सप्तम भाव में महीने की शुरुआत में मंगल महाराज विराजमान रहेंगे जो व्यापार में उथल-पुथल और उतार-चढ़ाव की स्थिति को दिखाते हैं, लेकिन 3 अप्रैल से यह आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे। इससे व्यापार में कुछ अच्छी स्थिति देखने को मिलेगी, लेकिन आपको लगातार प्रयत्नशील रहना होगा और अपने व्यापार में निरंतर प्रगति के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। सप्तम भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में वक्री अवस्था में आएंगे लेकिन द्वितीय सप्ताह से वह वक्री से मार्गी अवस्था में आकर व्यापार में समुचित वृद्धि दे सकते हैं जिससे आपको व्यावसायिक लाभ होने के योग बनेंगे।

प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो आपके लिए महीने की शुरुआत अनुकूल रहेगी। पंचम भाव के स्वामी मंगल महाराज सप्तम भाव में महीने की शुरुआत में विराजमान रहेंगे जिससे आप अपने प्यार के मामले में काफी पराक्रमी बनेंगे और बहुत साहस दिखाएंगे। अपने रिश्ते को स्वीकार करेंगे और रिश्ते को आगे बढ़ाएंगे। आपके प्रेम विवाह की बात पक्की हो सकती है और आपका प्रेम विवाह भी हो सकता है। इस प्रकार, महीने की शुरुआत आपके प्रेम जीवन के लिए बहुत अच्छी रहेगी। उसके बाद, 3 अप्रैल से मंगल महाराज आपके अष्टम भाव में अपनी नीच राशि कर्क में प्रवेश कर जाएंगे जिससे आप अपने रिश्ते में कुछ जुड़ाव महसूस करेंगे और रिश्ते में चल रही कुछ समस्याओं में कमी आएगी। आप अपने रिश्ते को लेकर परिपक्व तो रहेंगे लेकिन आपको समझ नहीं आएगा कि उसे कैसे संभाला जाए। इससे आप दोनों के बीच समस्याएं बढ़ सकती हैं। 14 अप्रैल से सूर्य महाराज आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे और अपनी उच्च राशि मेष में होंगे। इससे आपके प्रियतम के मन में अहम की भावना बढ़ सकती है जो आपके बीच टकराव का कारण बन सकती है। इसके अतिरिक्त, प्रियतम के स्वास्थ्य में गिरावट भी परेशानी दे सकती है इसलिए आपको उनका ध्यान रखना चाहिए। विवाहित जातकों की बात करें, तो सप्तम भाव के स्वामी बुध महाराज पूरे महीने चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे और मंगल महाराज महीने की शुरुआत में सप्तम भाव में विराजित होकर आपसी संबंधों को बिगाड़ सकते हैं और लड़ाई झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। 3 तारीख से मंगल महाराज अष्टम भाव में चले जाएंगे जिससे ससुराल पक्ष से कहासुनी होने की आशंका है जिससे उनके साथ आपके संबंधों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में, इससे आपके वैवाहिक संबंधों में गिरावट आ सकती है तथा जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं इसलिए इस पूरे महीने आपको अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा व्यवहार करने पर जोर देना होगा और उनकी स्वास्थ्य समस्याओं को भी ध्यान देकर उनका उपचार कराना होगा।

सलाह: आपको अपने राशि स्वामी देवगुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का नियमित रूप से जाप करना चाहिए। बृहस्पतिवार के दिन पीपल के वृक्ष को छुए बिना जल अर्पित करना चाहिए। मंगलवार के दिन लाल अनार का हनुमान जी को भोग लगाकर छोटे बालकों में बांटने से लाभ होगा। आपको रविवार के दिन सूर्य देव के बीज मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।

सामान्य: अप्रैल मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना धनु राशि के जातकों के लिए औसत रूप से फलदायी रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में राहु, बुध, शुक्र, सूर्य और शनि, ये पांच ग्रह आपके चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे। ऐसे में, पारिवारिक जीवन में अशांति का वातावरण रह सकता है। दशम भाव में केतु उपस्थित रहेंगे जिससे काम में मन कम लगेगा और इससे आपको नौकरी में समस्या हो सकती है। व्यापार करने वाले जातकों को भी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा क्योंकि मंगल महाराज महीने की शुरुआत में सप्तम भाव में रहेंगे और उसके बाद अष्टम में चले जाएंगे। सेहत को लेकर आपको बहुत ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। यदि वैवाहिक संबंधों की बात करें, तो महीने की शुरुआत से ही कुछ समस्याओं का सामना आपको करना पड़ेगा और जीवनसाथी की स्वास्थ्य समस्याएं भी आपको परेशानी दे सकती हैं। प्रेम संबंधों के लिए यह महीना अनुकूल कहा जा सकता है। आप अपने प्रेम संबंधों को मुखर होकर स्वीकार करेंगे। प्रेम विवाह की बात पक्की भी हो सकती है। प्रेम विवाह भी हो सकता है और कुछ स्थितियों में आप छुप कर भी प्रेम कर सकते हैं। आर्थिक तौर पर यह महीना औसत रहने की संभावना है। महीने के पूर्वार्ध में खर्चों की अधिकता रहेगी, लेकिन उत्तरार्ध में खर्चों के साथ-साथ अच्छी आमदनी भी मिलने लगेगी जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार देखने को मिल सकता है। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। लगातार और निरंतर प्रयास करते रहने और मेहनत से आपको सफलता मिलने के योग बनेंगे। इस महीने आपके विदेश गमन के योग भी बन सकते हैं। उसके लिए आपको पहले से ही तैयारी करनी होगी।

वित्त: आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो आपके लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। छठे भाव में विराजमान देवगुरु बृहस्पति पूरे महीने आपके द्वादश भाव को देखकर आपके खर्चों में वृद्धि करेंगे। आपको अपनी आमदनी को संभालना होगा और अपने खर्चों पर भी नियंत्रण रखने की आवश्यकता पड़ेगी। उसके बाद, 3 अप्रैल से मंगल महाराज भी सप्तम भाव से निकलकर अष्टम भाव में अपनी नीच राशि कर्क में आ जाएंगे और यहां से आपके एकादश भाव, द्वितीय भाव और तृतीय भाव को देखेंगे। ऐसे में, आपको बहुत ज्यादा पराक्रम दिखाकर और मेहनत करके धन कमाने की आवश्यकता पड़ेगी। अचानक से कुछ गुप्त धन प्राप्त हो सकता है, लेकिन वह सुख की बजाय कुछ परेशानियां भी दे सकता है इसलिए आपको सावधानी रखनी होगी। किसी तरह के कानून के विरुद्ध जाकर धन प्राप्त करना आपको नुकसान दे सकता है। धन में कमी आ सकती है और धन संबंधित समस्याएं आपको परेशान करेंगी। शेयर बाजार में निवेश करना आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है इसलिए आपको अपने हाथों को रोकना चाहिए और इस दिशा में इस महीने संभल कर चलना चाहिए। हालांकि, एक अच्छी बात है कि सूर्य महाराज अपनी उच्च राशि मेष में पंचम भाव में 14 अप्रैल को प्रवेश करेंगे और वहां से आपके एकादश भाव को देखेंगे। ऐसे में, आपकी आर्थिक स्थिति में अच्छी उन्नति देखने को मिलेगी और आमदनी में इजाफा होगा। आपको कोई अच्छी बड़ी तनख्वाह वाली नौकरी भी मिल सकती है। बुध व शुक्र भी क्रमशः 7 और 13 तारीख को मार्गी अवस्था में आ जाएंगे, तब आपके सुख-संसाधनों में बढ़ोतरी करेंगे। आप कोई नया वाहन अथवा संपत्ति भी खरीद सकते हैं।

पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में सूर्य, शनि, राहु, शुक्र और बुध जैसे ग्रह आपके चौथे भाव में विराजमान रहेंगे और चौथे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज छठे भाव में होंगे। इस प्रकार, चौथे भाव और छठे भाव के राशि स्वामियों के बीच राशि परिवर्तन योग रहेगा तथा दशम भाव में केतु महाराज विराजमान रहेंगे। इससे पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल मची रहेगी। आपस में परिवार के लोगों के बीच सामंजस्य का अभाव देखने को मिलेगा जिससे संबंधों में निकटता की कमी आएगी और एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रह सकता है। परिवार के बुजुर्गों, विशेषकर माता-पिता जी के स्वास्थ्य को भी समस्याएं पीड़ित कर सकती हैं और इस कारण से आपको उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। दूसरे भाव के स्वामी का चौथे भाव में बैठना यह भी बताता है कि पारिवारिक संपत्ति को लेकर कुछ विवाद जन्म ले सकते हैं। तीसरे भाव के स्वामी शनि महाराज भी चौथे भाव में रहेंगे जिससे भाई-बहनों का सहयोग आपको मिलेगा और उनकी मदद से आपके सुख में बढ़ोतरी होगी। लेकिन, उनसे आपके संबंध बनते-बिगड़ते रह सकते हैं। महीने की शुरुआत में मंगल महाराज सप्तम भाव में बैठकर आपके द्वितीय भाव और प्रथम भाव को देखेंगे जो आपकी वाणी और स्वभाव में उग्रता को बढ़ाएंगे और इससे आपके अपनों से संबंध बिगड़ सकते हैं। इसके बाद, 3 अप्रैल को मंगल महाराज अष्टम भाव में चले जाएंगे और वहां जाकर वह आपके दूसरे और तीसरे भाव को देखेंगे। यह समय भाई-बहनों से संबंधों में मधुरता को कम कर सकता है और उनको स्वास्थ्य समस्याएं भी दे सकता है इसलिए आपको अपने रिश्तों पर ध्यान देना होगा।