स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। चौथे भाव में केतु और सप्तम भाव में राहु महाराज का विराजमान होना शारीरिक समस्याओं को बढ़ावा देने वाला हो सकता है। आपकी राशि के स्वामी भी लगभग पूरे महीने द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे जिससे शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। तीसरे भाव से निकलकर मंगल महाराज का 7 तारीख को आपके चतुर्थ भाव में आकर बैठना और केतु के साथ मंगल का अंगारक योग बनाना आपको शारीरिक परेशानियां दे सकता है। छाती में जलन, जकड़न और किसी प्रकार की रक्तचाप संबंधी समस्या आपको परेशान कर सकती है। इस दौरान आपको तत्काल चिकित्सक से संपर्क करने की हम सलाह देते हैं, ऐसा न करने पर आपको शल्य चिकित्सा से गुजरना पड़ सकता है। 29 तारीख को जाकर शुक्र महाराज आपकी राशि में, जो उनकी स्वराशि है, उसमें प्रवेश करेंगे, उससे आपको स्वास्थ्य में निरंतर सुधार देखने को मिलेगा और जो समस्याएं आपको चल रही हैं और ऐसे में, प्रभावों में धीरे-धीरे कमी आनी शुरू हो जाएगी। लेकिन, आपको अपनी आदतों, अपने खान-पान और अपने रहन-सहन के स्तर पर ध्यान देना होगा कि कहां आप चूक रहे हैं क्योंकि शरीर से ज्यादा कुछ नहीं होता इसलिए अपने जीवन में सबसे ज्यादा तवज्जो अच्छे स्वास्थ्य को दें क्योंकि स्वास्थ्य नहीं तो कुछ नहीं।
कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। वैसे तो दशम भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने एकादश भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आप अपने कार्यक्षेत्र में मजबूती से जमे रहेंगे और आपके वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग आपको प्राप्त होगा। उनसे सामंजस्य बेहतर बनाने के लिए आपको लगातार प्रयास करते रहने होंगे और इससे आपको फायदा भी मिलेगा। आपके काम में मजबूती आएगी लेकिन पूरे महीने दशम भाव में राहु महाराज का विराजमान होना यह दर्शाता है कि आप अपने काम को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेंगे जिसकी वजह से आपको कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। छठे भाव के स्वामी शुक्र महाराज लगभग पूरे महीने द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे। ऐसे में, कार्यक्षेत्र में भरपूर मेहनत करने और काम का दबाव आपके ऊपर बना रहेगा, इस पर आपको ध्यान देना होगा। 7 तारीख से मंगल महाराज आपके चतुर्थ भाव में आकर दशम भाव को देखेंगे, तब समस्याएं बढ़ सकती हैं और कार्यक्षेत्र में तनाव भी बढ़ सकता है इसलिए इन बातों का आपको ध्यान रखना होगा। 29 तारीख को शुक्र महाराज आपकी ही राशि में प्रवेश करेंगे, तब कार्यक्षेत्र में कुछ अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह महीना अच्छा रह सकता है। बुध और सूर्य बुधादित्य योग बनाएंगे जो आपकी राशि में ही बनेगा और वहां से सप्तम भाव को देखेंगे। व्यापार में अच्छी उन्नति होगी। आप अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करते हुए व्यापार को नई दिशा में आगे बढ़ाकर उन्नति प्राप्त कर पाएंगे। सप्तम भाव के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में तीसरे भाव में होंगे जो छोटी-छोटी व्यवसायिक यात्राएं करा सकते हैं। उसके बाद 7 तारीख से आपके चतुर्थ भाव में केतु के साथ विराजमान हो जाएंगे जिससे आपको व्यापार में लाभ तो होगा, लेकिन कई बार कुछ चुनौतियां प्रस्तुत होंगी जिनका आपको डटकर सामना करना पड़ेगा, नहीं तो व्यापार में उतार-चढ़ाव आते जाएंगे।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आपके प्रेम संबंध की बात की जाए, तो यह महीना आपके लिए ठीक-ठाक रहने की संभावना है। पंचम भाव पर शनि महाराज की पूर्ण दृष्टि पूरे महीने बनी रहेगी जिससे आप अपने प्यार की परीक्षा देते नजर आएंगे। अगर आप प्यार में सच्चे हैं तो आपको सफलता मिलेगी और आपका प्यार परवान चढ़ता हुआ दिखाई देगा। पंचम भाव के स्वामी बुध महाराज सूर्य देव के साथ महीने की शुरुआत में प्रथम भाव में, उसके बाद 6 तारीख को दूसरे भाव में और 22 जून को तीसरे भाव में आ जाएंगे। इससे आपके प्रेम जीवन में लगातार निरंतरता बढ़ेगी। एक-दूसरे से मिलने-जुलने का बराबर समय मिलेगा। एक-दूसरे के साथ पर्याप्त समय बिताएंगे। एक-दूसरे को इज्जत देंगे और एक-दूसरे से अपने दिल की बात साझा करेंगे जिससे आपका रिश्ता परिपक्व होता चला जाएगा। आप अपने प्रियतम को अपने दोस्तों से भी मिलवा सकते हैं और उनको भी ऐसा करना सही लगेगा। आपके रिश्ते में अपनत्व रहेगा। इस प्रकार आप अपने इस रिश्ते को आगे बढ़ा सकते हैं लेकिन मंगल महाराज के 7 तारीख को चौथे भाव में केतु के साथ आ जाने से आपके प्रियतम को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। विवाहित जातकों के लिए महीने की शुरुआत अच्छी रहेगी। बुध और सूर्य आपके सप्तम भाव पर प्रभाव डालेंगे जिससे वैवाहिक संबंध प्रबल होंगे। आप दोनों अपनी बुद्धिमानी का परिचय देते हुए अपने रिश्ते को परिपक्व लोगों की भांति और बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे। सप्तम भाव के स्वामी मंगल महाराज का 7 तारीख से चौथे भाव में केतु के साथ बैठना परिवार में जीवनसाथी के साथ आपकी माताजी या परिवार के लोगों का झगड़ा करा सकता है, इसके प्रति सावधानी रखनी आवश्यक होगी क्योंकि इससे घर का माहौल बिगड़ सकता है।
सलाह:
आपको शुक्रवार के दिन मंदिर जाकर माता श्री महालक्ष्मी जी के किसी भी मंत्र का जाप करना चाहिए।
आपको गौ माता की सेवा करनी चाहिए और उन्हें हरा चारा अथवा हरी सब्जियां खिलाएं।
आपको शनिवार के दिन गरीब लोगों को भोजन कराना चाहिए।
भाग्य में बढ़ोतरी और अटकते हुए कामों को पूरा करने के लिए आपको शनिवार के दिन काले चने प्रसाद स्वरूप लोगों को वितरित करने चाहिए।
सामान्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना वृषभ राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम देने वाला साबित हो सकता है। महीने की शुरुआत में आपकी राशि में सूर्य और बुध बुधादित्य योग बनाएंगे जो आपके लिए अच्छे परिणाम लेकर आएगा। आपको भूमि, भवन, वाहन, आदि संपत्ति का लाभ मिल सकता है। राशि स्वामी शुक्र के द्वादश भाव में महीने के अंत तक विराजमान रहने के कारण आपको लंबी यात्राएं या विदेश जाने के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होगी, लेकिन वह आप अपनी सुख-सुविधाओं पर करेंगे जो आपको खुशी देंगे फिर भी आपको अपनी आमदनी के अनुपात में जो खर्च हो रहे हैं, उन पर ध्यान देना चाहिए। पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव बना रहेगा क्योंकि चौथे और दसवें भाव में केतु और राहु लगातार पूरे महीने विराजमान रहेंगे। 7 तारीख से मंगल भी तीसरे भाव से निकलकर चौथे भाव में केतु के साथ आ जाएंगे और ऐसे में, मंगल-केतु अंगारक योग बनाएंगे जो पारिवारिक जीवन को परेशानी में डाल सकता है। प्रेम संबंधों के लिए यह महीना अच्छा रहेगा। आप अपने रिश्ते को अहमियत देंगे और आपको अपने प्रियतम के साथ अच्छा समय बिताने के भरपूर अवसर प्राप्त होंगे। विवाहित जातकों के लिए भी यह महीना अनुकूल रहने की संभावना है। आपको अपने जीवनसाथी के अतिरिक्त बाहर किसी से ऐसे संबंध रखने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे आपका पारिवारिक जीवन संकट में आ सकता है। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह महीना अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करते हुए अपनी शिक्षा में आगे बढ़ने में सफलता प्रदान कर सकता है। आपकी आमदनी अच्छी होगी और नौकरी में उतार-चढ़ाव बने रहेंगे। व्यापार में सफलता मिल सकती है।
वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो यह महीना आपके लिए मध्यम रूप से फलदायी रहेगा। सर्वप्रथम आपकी राशि के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत से ही द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आप बहुत सारा धन खर्च करेंगे। आपके ऊपर अपनी खुशियों और संसाधनों के लिए खर्च करने के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध होगा। इसका आप जमकर लुत्फ लेंगे और दोनों हाथों से जी खोलकर पैसा खर्च करेंगे। यह आपको खुशी तो देगा, लेकिन आने वाले समय में आपको चुनौतियां भी दे सकता है इसलिए आपको अपने खर्चों पर लगातार नियंत्रण रखने के लिए प्रयास करते रहना होगा। ऐसा न करने से आपकी आर्थिक स्थिति पर बोझ बढ़ सकता है।
हालांकि, शनि महाराज पूरे महीने एकादश भाव में विराजमान रहकर आपकी आमदनी में लगातार इजाफा करते रहेंगे और ऐसे में, आपको एक से ज्यादा माध्यमों से धन प्राप्त हो सकता है। जून मासिक राशिफल 2025 कहता है कि दूसरे भाव में बृहस्पति महाराज का विराजमान रहना भी आपके लिए लाभदायक रहेगा। इससे आपको धन संचित करने में लाभ मिलेगा। 6 तारीख से बुध के दूसरे भाव में जाने से भी धन लाभ प्राप्त करने के योग बनेंगे। आप कुछ जगहों पर निवेश भी कर सकते हैं। 22 तारीख से बुध के तीसरे भाव में चले जाने से धन संबंधित कुछ विशेष बातें आप कर सकते हैं। आप परिवार वालों से भी इस बारे में विचार-विमर्श कर सकते हैं। कुछ यात्राओं पर खर्च हो सकता है। 29 तारीख को शुक्र आपकी ही राशि में प्रवेश करेंगे, तब आपके खर्च काफी हद तक नियंत्रण में आ जाएंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी। आप शेयर बाजार में भी निवेश करके धन अर्जित कर सकते हैं।
पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की प्रबल संभावना है। चतुर्थ भाव के स्वामी सूर्य महाराज बुध महाराज के साथ, जो आपके दूसरे भाव के स्वामी भी हैं, प्रथम भाव में महीने की शुरुआत में रहेंगे जिससे आपको पारिवारिक जीवन में सुख और शांति मिलेगी। परिवार की उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। परिवार की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी और नई संपत्ति खरीदने का मौका मिलेगा। उसके बाद 6 तारीख को बुध आपके दूसरे भाव में चले जाएंगे और 15 तारीख को सूर्य भी वहां आ जाएंगे जिससे आपके कुटुंब के मामलों में बृहस्पति, बुध और सूर्य का प्रभाव रहने से आपके परिवार की इज्जत बढ़ेगी। समाज में उनका ओहदा बढ़ेगा और उनकी ख्याति बढ़ेगी, लेकिन केतु चतुर्थ भाव में और राहु दशम भाव में पूरे महीने विराजमान रहेंगे। 7 तारीख से मंगल महाराज भी चतुर्थ भाव में केतु के साथ आकर अंगारक दोष बनाएंगे जो परिवार में लगातार लड़ाई-झगड़ा करा सकता है और इससे आपके माता-पिता को, विशेषकर आपकी माता जी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए आपको सर्वप्रथम उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। घर में लड़ाई-झगड़ा न हो या कोई संपत्ति संबंधित वाद-विवाद जन्म न ले पाए, इसका भी आपको ध्यान रखना पड़ेगा। हालांकि, अच्छी बात यह है कि भाई-बहनों से आपके संबंध मधुर बने रहेंगे और उससे आपको समय-समय पर उनका सानिध्य और समर्थन प्राप्त होगा जिससे आप हर चुनौती से बाहर निकल पाएंगे।