स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से औसत रूप से फलदायी रहने की संभावना है। आपकी राशि के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे और ऐसे में, किसी प्रकार की चोट लगने की स्थिति जन्म ले सकती है, किसी प्रकार की शल्य चिकित्सा हो सकती है अथवा आपको रक्त संबंधित समस्या या अनियमित रक्तचाप से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि आपकी राशि पर होने से आपको बल भी मिलेगा जिससे आप इन समस्याओं से धीरे-धीरे बाहर निकलने में कामयाब भी हो सकते हैं। पंचम भाव में ग्रहों की स्थिति के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं ज्यादा परेशान कर सकती हैं। आपका पाचन तंत्र बिगड़ सकता है जिससे भोजन पचाने में समस्या होगी और पेट की खराबी हो सकती है।
इसके अतिरिक्त, बदहजमी, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं भी आपको इस महीने ज्यादा परेशान कर सकती हैं। 3 तारीख से मंगल महाराज नवम भाव में प्रवेश करेंगे। वह भले ही उनकी नीच राशि कर्क में प्रवेश करेंगे, लेकिन आपकी स्वास्थ्य समस्याओं में कुछ हद तक कमी लेकर आएंगे। छठे भाव में 14 तारीख को सूर्य देव जी का गोचर भी स्वास्थ्य समस्याओं को कम करेगा और आपके स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में आपकी मदद करेगा। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे बढ़ेगी और महीने के उत्तरार्ध में आप अच्छे स्वास्थ्य को अनुभव कर पाएंगे, परंतु तब तक अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें और अपने भोजन और दिनचर्या को सुधारने पर ध्यान दें। इससे आपको बहुत ज्यादा अच्छा और अनुकूल फर्क महसूस होगा।
कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना अच्छा रहने की संभावना है। दशम भाव के स्वामी सूर्य महाराज महीने की शुरुआत में पंचम भाव में विराजमान रहेंगे जहां पर शनि, बुध, राहु और शुक्र भी मौजूद होंगे। यहां बुध व शुक्र वक्री अवस्था में होंगे और ऐसे में, कार्यक्षेत्र में कुछ उतार-चढ़ाव आएंगे। आप नौकरी बदलने का प्रयास करेंगे और जैसे ही सूर्य महाराज 14 अप्रैल को आपके षष्ठ भाव में अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे, तब आपको नौकरी बदलने में सफलता मिल सकती है। एक अच्छी नौकरी और पद की प्राप्ति होने के भी प्रबल योग बनेंगे। यह नौकरी आपको उत्तम वेतनमान प्रदान करेगी और आपके पद में भी वृद्धि हो सकती है।
व्यापार करने वाले जातकों के लिए भी यह महीना अच्छा रहेगा। सप्तम भाव में पूरे महीने में गुरु बृहस्पति विराजमान रहेंगे और सप्तम भाव के स्वामी शुक्र महाराज भी अपनी उच्च राशि मीन में पंचम भाव में रहेंगे तथा पूरे महीने एकादश भाव पर दृष्टि डालते रहेंगे। वह शुरुआत में वक्री रहेंगे तो कुछ प्रयास अधिक करने पड़ेंगे, लेकिन 13 अप्रैल से शुक्र के मार्गी हो जाने से आपके व्यवसाय से उत्तम लाभ के योग बनेंगे। आपके व्यवसाय में कई नई चीजें जुड़ेंगी और कुछ नए क्रियाकलापों को आप अपने व्यापार से जोड़ने में कामयाब रहेंगे। कुछ नई योजनाओं पर कार्य करेंगे जिसमें आपको सफलता मिलेगी और व्यापार उन्नति करेगा।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो आपके लिए महीना मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। पंचम भाव के स्वामी का राशि परिवर्तन सप्तम भाव के स्वामी के साथ होना आपके प्रेम संबंधों को प्रगाढ़ बनाएगा। आपस में प्रेम और रूमानियत से भरे पल आएंगे और आप एक-दूसरे के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आपकी विवाह की बात भी पक्की हो सकती है। आप दोनों एक-दूसरे के साथ विवाह बंधन में भी बन सकते हैं। यदि आपने अभी तक अपने प्रियतम को विवाह का प्रस्ताव नहीं दिया है तो इस समय वह प्रस्ताव देने से आपको लाभ मिलेगा। विशेषकर महीने के उत्तरार्ध में ऐसा करने से आपको अच्छी सफलता मिल सकती है।
लेकिन, पंचम भाव में अन्य ग्रह भी विराजमान रहेंगे जो बीच-बीच में आपको एक-दूसरे का विरोधी भी बना सकते हैं। बातों को और एक-दूसरे को न समझने के कारण भी समस्याएं हो सकती हैं, परंतु आप समझदारी दिखाकर अपने रिश्ते को संभालेंगे और प्रेम जीवन का सुख प्राप्त करेंगे। विवाहित जातकों के लिए महीना अनुकूल रहने की संभावना बन रही है। ग्रहों की स्थिति आपके पक्ष में रहेगी और जीवनसाथी से मधुर संबंध बने रहेंगे। आप एक-दूसरे को प्रेरित करेंगे और आगे बढ़ने का मार्गदर्शन भी देंगे। आपका रिश्ता एक अच्छे जीवनसाथी के रूप में आगे बढ़ेगा। आप परिवार के दायित्व भी अच्छे से संभालेंगे और संतान पर भी ध्यान देंगे।
सलाह: आपको मंगलवार के दिन श्री हनुमान चालीसा अथवा सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
बृहस्पतिवार के दिन पीपल के वृक्ष को छुए बिना जल अर्पित करने से भी लाभ होगा।
आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए बुधवार के दिन काले तिलों का दान करें।
भाग्य की वृद्धि के लिए सोमवार के दिन रुद्राभिषेक संपन्न कराएं।
सामान्य: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह महीना कुछ हद तक अनुकूल रहने की संभावना है। लेकिन, कुछ मामलों में आपको अत्यंत सावधानी बरतनी होगी। पंचम भाव में राहु, बुध, शुक्र, शनि और सूर्य महीने की शुरुआत से ही विराजमान रहेंगे और एकादश भाव में केतु महाराज विराजमान रहेंगे। आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और आर्थिक स्थिति में इजाफा होगा, लेकिन स्वास्थ्य समस्याएं पीड़ित कर सकती हैं। पेट से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान करेंगी।
वैवाहिक संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी और एक-दूसरे के प्रति अच्छा सामंजस्य देखने को मिलेगा।
अप्रैल मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। बीच-बीच में आपका रिश्ता खूबसूरत भी बनेगा और रूमानियत से भरे पल भी आएंगे, लेकिन समस्याएं भी साथ खड़ी होंगी। हो सकता है कि एक से ज्यादा लोगों में आपकी रुचि बढ़ जाए जो आपके रिश्ते में तनाव का कारण बने। पारिवारिक संबंधों के लिए समय कुछ हद तक अनुकूलता से भरा रहने की संभावना है। विद्यार्थियों को बहुत ज्यादा ध्यान देकर पढ़ाई करनी होगी, तभी उन्हें सफलता मिल पाने की स्थिति बन पाएगी। नौकरी करने वाले जातकों की नौकरी में बदलाव आ सकता है और एक अच्छी नौकरी मिल सकती है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीना अनुकूल रहेगा। व्यापार से अच्छे लाभ प्राप्त कर पाएंगे। विदेश जाने के लिए विद्यार्थियों को सफलता मिल सकती है।
वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो इस महीने आपकी आर्थिक स्थिति में अच्छा इजाफा देखने को मिल सकता है। एकादश भाव पर 6 ग्रहों का प्रभाव और बृहस्पति महाराज की दृष्टि तथा महीने की 3 तारीख के बाद से मंगल की दृष्टि होने के कारण भी आपके पास धन प्राप्ति के एक से अधिक माध्यम होंगे। अनेक माध्यमों से आपके पास धन आएगा जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में खुद-ब-खुद इजाफा होता चला जाएगा। आपके खर्च नियंत्रण में रहेंगे और यह आपकी सबसे बड़ी जीत होगी क्योंकि जितना धन आप कमाएंगे, उसे कहीं न कहीं निवेश करेंगे और इससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होती चली जाएगी।
7 अप्रैल को बुध और 13 अप्रैल को शुक्र वक्री से मार्गी अवस्था में आकर आपकी धन वृद्धि को और ज्यादा बढ़ाएंगे। वहीं, 14 तारीख को सूर्य महाराज अपनी उच्च राशि मेष के छठे भाव में आकर सरकारी क्षेत्र से भी लाभ के मार्ग खोल देंगे। इससे आपकी आर्थिक स्थिति के प्रबल योग इस महीने बनेंगे। हल्के-फुल्के खर्च लगे रहेंगे, लेकिन आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आप विभिन्न प्रकार के शेयर खरीद कर उनमें भी धन निवेश कर सकते हैं जिनसे आपको आने वाले समय में अच्छा धन लाभ प्राप्त होने की उम्मीद होगी। लेकिन, इन मामलों के किसी विशेषज्ञ का सहारा अवश्य लें क्योंकि पांच ग्रह पंचम भाव में होने से आप कई मामलों में गलत निर्णय ले सकते हैं। हालांकि, बृहस्पति महाराज की दृष्टि आपको ऐसा करने से रोकेगी, फिर भी आपको सावधानी रखनी होगी।
पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए पहले के मुकाबले कुछ अनुकूल रह सकता है। चतुर्थ भाव के स्वामी शनि महाराज पंचम भाव में सूर्य, बुध, राहु और शुक्र के साथ विराजमान रहेंगे। ऐसे में, परिवार के लोग संतान को लेकर कुछ चिंतित हो सकते हैं। हालांकि, पारिवारिक जीवन में कुछ सामंजस्य भी देखने को मिलेगा। महीने के उत्तरार्ध में अपेक्षाकृत अनुकूल समय ज्यादा देखने को मिल सकता है और परिवार का अच्छा सामंजस्य आपको खुशी देगा। मंगल महाराज जो महीने की शुरुआत में आपके अष्टम भाव में होंगे, वह 3 अप्रैल को ही आपके नवम भाव में चले जाएंगे जिससे आपको अपने भाई-बहनों का सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा।
आपको अपने स्वभाव को अच्छा रखना होगा क्योंकि पिताजी के स्वभाव में कुछ गर्मी बढ़ सकती है और वह गुस्से का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में, उनके साथ संबंध अच्छे बनाए रखें, लेकिन वैसे कोई बहुत बड़ी समस्या दिखाई नहीं दे रही है। दूसरे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। आपके जीवनसाथी का भी बहुत बड़ा योगदान पारिवारिक शांति में होगा। इससे सभी मिलकर एक-दूसरे का साथ देंगे और यह समय एक उत्तम परिवार के रूप में अच्छे से व्यतीत करेंगे। आपकी माता जी की स्वास्थ्य समस्याएं आपको कुछ हद तक चिंता दे सकती हैं, लेकिन वह भी धीरे-धीरे स्वस्थ हो जाएंगी और आपकी चिंता कम हो जाएगी।