स्वास्थ्य: अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अक्टूबर का महीना आपको थोड़े कमजोर परिणाम दे सकता है। आपके प्रथम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव लगातार बना हुआ है। वहीं, लग्न या राशि के स्वामी सूर्य ग्रह महीने के पहले हिस्से में शनि के दृष्टि के प्रभाव में रहेंगे और महीने के दूसरे हिस्से में नीच अवस्था में रहेंगे। यह दोनों ही स्थितियां स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अच्छी नहीं कही जाएंगी। ऐसे में, इस महीने आपका खानपान असंयमित रह सकता है जिसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर देखने को मिल सकता है। वहीं, महीने के दूसरे हिस्से में योग-व्यायाम इत्यादि से आपका मन हट सकता है या फिर आप पर आलस्य हावी रह सकता है। ऐसे में, आपकी कोशिश होनी चाहिए कि इस महीने योग, व्यायाम इत्यादि का सहारा लें और संभव हो, तो सुबह-शाम दौड़ने या घूमने जाएं जिससे स्वास्थ्य बेहतर बना रहे। साथ ही, सुपाच्य और हेल्दी भोजन करें। बाहर का भोजन या तला-भुना भोजन अवॉइड करें। ऐसा करने से आप स्वास्थ्य की रक्षा-सुरक्षा करने में कामयाब हो सकेंगे।
कैरियर: आपके करियर भाव का स्वामी इस महीने अनुकूल भावों में गोचर करने वाला है। लेकिन, 9 अक्टूबर से लेकर बाद के समय में शुक्र नीच अवस्था में रहेगा अर्थात पूरे महीने ही शुक्र की स्थिति अच्छी रहेगी। लेकिन, राशि के हिसाब से 9 अक्टूबर से लेकर बाकी के समय में शुक्र कमजोर रहेंगे। ऐसे में, कुल मिलाकर शुक्र के द्वारा आपको औसत से बेहतर परिणाम दिए जा सकते हैं। इसके फलस्वरूप, आप कार्यक्षेत्र में अच्छा करते हुए देखे जा सकेंगे। विशेषकर नौकरीपेशा लोगों को इस महीने काफी हद तक अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। इसके बावजूद भी बातचीत का तौर-तरीका सभ्य और सौम्य बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। यदि आपकी सीनियर या बॉस कोई महिला हैं, तो उनके साथ आपके संबंध सम्मानपूर्वक बनाए रखना जरूरी होगा। भाग्य भाव के स्वामी मंगल तीसरे भाव में बैठकर 27 अक्टूबर तक आपके करियर भाव को देखेंगे और यह आपको ऊर्जावान बनाएंगे। इसके फलस्वरूप, आप किसी भी काम को करते हुए थकेंगे नहीं अर्थात जब तक आपका काम कंप्लीट नहीं होगा, आप बीच में नहीं रुकेंगे। ऐसे में, आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे।
व्यापार का कारक ग्रह बुध इस महीने बहुत अच्छी स्थिति में नहीं रहेगा इसलिए कोई नया व्यापारिक फैसला इस समय लेना उचित नहीं होगा। विशेषकर 3 अक्टूबर से 24 अक्टूबर के बीच व्यापारिक निर्णय लेने से पहले भली-भांति चिंतन मंथन करना जरूरी रहेगा। संभव हो, तो इस दौरान व्यापारिक यात्राओं से भी बचें। इन बातों का ख्याल रखकर आप अपने व्यापार को संतुलित रख सकेंगे। हालांकि पहले से जो कुछ जैसा चल रहा है वैसा चलाए रखना आसान रहेगा, बस नए रिस्क लेने से बचना होगा। नौकरीपेशा लोगों को भी महीना मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। शनि की स्थिति बहुत अच्छी नहीं होगी, लेकिन छठे भाव पर मंगल की दृष्टि आपको आपका टारगेट अचीव करने में मदद करेगी और महीने के दूसरे हिस्से में अपने बॉस के साथ सामंजस्य बिठाकर आप हालात को नियंत्रित कर सकेंगे। कहने का तात्पर्य यह है कि कार्यक्षेत्र के मामले में अक्टूबर का महीना न तो बहुत अच्छा है और न ही बहुत ज्यादा खराब। छोटी-मोटी परेशानी आएगी जिन्हें आप समझदारी दिखाकर मेंटेन करके परिणामों को संतुलित रख सकेंगे।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: प्रेम जीवन की बात करें तो, आपके पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति महीने के पहले हिस्से में आपके लाभ भाव में रहकर पंचम भाव को देखेंगे जो प्रेम संबंधों में अच्छी अनुकूलता देने का काम करेंगे। प्रेम का कारक शुक्र महीने की शुरुआत से लेकर 9 अक्टूबर तक आपके पहले भाव में रहेंगे। यह भी प्रेम संबंध के लिए एक अनुकूल स्थिति है जबकि महीने के दूसरे हिस्से में आपके पंचम भाव के स्वामी द्वादश भाव में चले जाएंगे। हालांकि, द्वादश भाव में बृहस्पति के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन बृहस्पति उच्च अवस्था में रहेंगे। यह एक अनुकूल स्थिति है और ऐसे में, जो लोग किसी से सच्चा प्रेम करते हैं, लेकिन किसी कारणवश एक-दूसरे से मिल नहीं पाते हैं अथवा एक-दूसरे से दूर रहते हैं, उन्हें महीने के दूसरे पक्ष में मिलने के मौके मिल सकते हैं। हालांकि, महीने के दूसरे पक्ष में प्रेम का कारक ग्रह शुक्र नीच अवस्था में रहेगा। अतः प्रेम में सीमाओं को पार करने से बचना होगा, अन्यथा नीच का शुक्र और उस पर शनि की दृष्टि भी रहेगी जिसकी वजह से आपको बदनामी का सामना करना पड़ सकता है। अतः मर्यादित रहिए और अपनी लव लाइफ का आनंद लीजिए।
विवाह संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए महीने का पहला हिस्सा ज्यादा अच्छा कहा जाएगा। वहीं, वैवाहिक जीवन में इस महीने बहुत ही समझदारी से निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। सप्तम भाव का स्वामी वक्री अवस्था में आठवें भाव में रहेगा। यह एक कमजोर बिंदु है। सप्तम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव रहेगा, यह भी एक कमजोर बिंदु है। महीने के दूसरे हिस्से में आपके लग्न या राशि के स्वामी नीच अवस्था में रहेंगे। यह भी कमजोर बिंदु कहा जाएगा और 9 अक्टूबर के बाद शुक्र ग्रह नीच के हो जाएंगे जो कि कमजोर स्थिति है। इसके अलावा, महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति का प्रभाव सप्तम भाव से दूर रहेगा। अतः स्थितियां पहले के जैसी नहीं रहेंगी, छोटी सी परेशानी भी बड़ा रूप ले सकती है। अत: इस अवधि में एक-दूसरे से व्यर्थ का विवाद न करें, एक-दूसरे की भावनाओं और प्रतिष्ठा का ख्याल रखें। मर्यादित आचरण अपनाएं जिससे कि कोई परेशानी उत्पन्न न होने पाए।
सलाह: शनिवार के दिन मंदिर में सूखा हुए जटा वाला नारियल चढ़ाएं।
पीपल के पेड़ पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं।
अस्थमा रोगियों की दवा खरीदने में मदद करें।
सामान्य: अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, सिंह राशि वालों को अक्टूबर का महीना काफी हद तक अनुकूल परिणाम देने का काम कर सकता है। सबसे पहले हम बात करेंगे सूर्य ग्रह के गोचर की, तो सूर्य ग्रह 17 अक्टूबर तक आपके दूसरे भाव में रहेगा। लग्न के स्वामी का दूसरे भाव में होना, वैसे तो आर्थिक और पारिवारिक मामलों के लिए अच्छा माना गया है। लेकिन सूर्य गोचर का दूसरे भाव में होना और ऊपर से शनि के द्वारा देखे जाना, यह अनुकूल स्थिति नहीं है। अतः महीने के पहले हिस्से में सूर्य से अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए क्योंकि 17 अक्टूबर के बाद सूर्य ग्रह तीसरे भाव में नीच अवस्था में रहेंगे। तीसरे भाव में सूर्य का गोचर अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है, लेकिन नीच का होना अच्छा नहीं माना जाता है। इस कारण से महीने के दूसरे हिस्से में सूर्य आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं जिसमें से अनुकूलता का ग्राफ अधिक रह सकता है।
मंगल का गोचर 27 अक्टूबर तक आपके तीसरे भाव में रहेगा जो सामान्य तौर पर आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। महीने के आखिरी तीन-चार दिनों में मंगल आपके चौथे भाव में रहेगा, लेकिन अपनी राशि में रहेगा। ऐसे में, भले ही मंगल आपको कोई सकारात्मक परिणाम न दे, लेकिन कोई बड़ा नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा। बुध ग्रह का गोचर महीने की शुरुआत से लेकर 3 अक्टूबर तक दूसरे भाव में रहेगा जो आपको अनुकूल परिणाम देगा। 3 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक बुध ग्रह का गोचर तीसरे भाव में रहेगा जिससे अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। वहीं, 24 अक्टूबर के बाद बुध ग्रह आपके चौथे भाव में रहेंगे और आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे।
बृहस्पति का गोचर महीने के पहले हिस्से में आपके लिए पूरी तरह से अनुकूल रहेगा जबकि दूसरे हिस्से में यह आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। शुक्र का गोचर 9 अक्टूबर तक आपके पहले भाव में और बाद में आपके दूसरे भाव में रहेगा। अतः शुक्र आपको अनुकूल परिणाम देते रहेंगे। शनि ग्रह आपके आठवें भाव में वक्री अवस्था में रहेगा। अतः आसानी से अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। राहु का गोचर आपके सप्तम भाव में कुंभ राशि में और गुरु के नक्षत्र में रहेगा। ऐसे में, राहु भी ज्यादातर मामलों में आपको अनुकूल परिणाम नहीं दे पाएगा। केतु का गोचर आपके प्रथम भाव में सिंह राशि में शुक्र के नक्षत्र में रहेगा। अतः कुछ मामलों को छोड़कर ज्यादातर मामलों में केतु भी अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रहेगा। इस तरह से हम पाते हैं कि अक्टूबर 2025 का महीना आपको औसत से बेहतर परिणाम दे सकता है अर्थात काफी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकता है।
वित्त: आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी बुध ग्रह ज्यादातर कमजोर स्थिति में रहने वाले हैं। अतः महीने के शुरुआती और आखिरी दिनों के अलावा आमदनी के मामले में बुध का अधिक सपोर्ट नहीं मिल पाएगा, लेकिन महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति ग्रह जो कि धन के कारक ग्रह भी हैं। आपको अच्छा लाभ करवाने का संकेत कर रहे हैं यानी कि किसी न किसी तरह से महीने का पहला हिस्सा आपको अच्छा लाभ करवा सकता है। बता दें कि आपके धन भाव का स्वामी ग्रह बुध है इसलिए बचत के मामले में भी बुध ग्रह का अच्छा सपोर्ट इस महीने नहीं मिल पाएगा।
ऊपर से महीने के पहले हिस्से में सूर्य का गोचर दूसरे भाव में रहेगा और दूसरे भाव पर पूरे महीने शनि ग्रह की दृष्टि भी रहेगी। ऐसे में, इस महीने बचत करने में आपको कुछ कठिनाई आ सकती हैं और पहले से बचत किए हुए पैसे भी खर्च करने की स्थिति बन सकती है। कहने का तात्पर्य है कि महीना आमदनी के दृष्टिकोण से काफी हद तक अनुकूल है। विशेषकर महीने का पहला हिस्सा अच्छी आमदनी करवा सकता है, लेकिन बचत के मामले में लगभग पूरा महीना ही कोई विशेष सपोर्ट नहीं दे पाएगा। ऐसे में, इस महीने व्यर्थ के खर्चों को रोकना समझदारी का काम होगा।
पारिवारिक: अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, पारिवारिक जीवन में अक्टूबर का महीना आपको थोड़े कमजोर परिणाम दे सकता है। आपके दूसरे भाव का स्वामी बुध ग्रह इस महीने ज्यादातर कमजोर स्थिति में रहेगा। ऐसे में, बुध ग्रह से किसी बड़े सपोर्ट की उम्मीद नहीं है इसलिए परिजनों के साथ बातचीत करते समय शब्दों का सोच-समझकर चयन करना होगा। महीने के पहले हिस्से में सूर्य का गोचर दूसरे भाव में होना आपसी अहंकार की तरफ संकेत कर रहा है यानी कि बेवजह की बातों में भी स्वाभिमान आने लग सकता है और पारिवारिक सामंजस्य में कमी देखने को मिल सकती है। शनि की सप्तम दृष्टि इस मामले में आग में घी डालने जैसा काम कर सकती है। इन सभी नकारात्मक स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए व्यर्थ के अहंकार को त्याग कर मीठे शब्दों में परिजनों से बात करके आप मामले को सुलझा सकते हैं।
भाई-बंधुओं के साथ संबंध अनुकूल रहेंगे, लेकिन 9 अक्टूबर के बाद कभी-कभी कुछ छोटी-मोटी गलतफहमियां देखने को मिल सकती हैं। इन गलतफहमियों के पीछे किसी स्त्री का हाथ भी हो सकता है। वह स्त्री रिश्ते में आपकी कुछ भी लगे, लेकिन आपको किसी से किसी की भी निंदा नहीं करनी है। ऐसे मित्र जिसके साथ भाई जैसे संबंध है, उनके साथ गलतफहमी पैदा करने का काम भी कोई स्त्री मित्र कर सकती है। इन सभी परिस्थितियों से बचने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे, तभी आप रिश्तो को मेंटेन रख सकेंगे अर्थात भाई-बंधुओं के साथ संबंध में कोई बड़ी नकारात्मक नहीं आएगी, फिर भी कभी-कभी छोटी-छोटी बातें बड़ा रूप ले सकती हैं। गृहस्थ जीवन में यह महीना आपको अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। घर-गृहस्थी के प्रति आप इस महीने जागरूक बने रहेंगे, जिम्मेदार बने रहेंगे। इसके फलस्वरूप, घरेलू चीजें हों या फिर घरेलू माहौल, आपके फेवर में बना रहेगा।