Masik Dhanu Rashifal - धनु मासिक राशिफल

Sagittarius Rashifal

स्वास्थ्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से थोड़ा कमजोर रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में सूर्य और बुध छठे भाव में विराजमान रहेंगे और उन पर शनि महाराज की पूर्ण दृष्टि होगी। सप्तम भाव में बृहस्पति महाराज विराजमान रहेंगे जो 9 तारीख से अस्त अवस्था में आकर अपने प्रभाव में कमी कर देंगे तथा मंगल महाराज भी महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे इसलिए महीने की शुरुआत में विशेष रूप से प्रथम सप्ताह के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ेगी। इस दौरान वाहन भी बेहद सावधानी से चलाना है या हो सके, तो एक सप्ताह वाहन चलाने से परहेज करें क्योंकि वाहन दुर्घटना की संभावना बन सकती हैं। आप इसको गंभीरता से लेंगे, तो बड़ी समस्या से बच सकते हैं। 6 तारीख को जब बुध सप्तम भाव में आएंगे और उसके अगले दिन 7 तारीख को मंगल महाराज नवम भाव में चले जाएंगे, तब कुछ हद तक स्वास्थ्य समस्याएं कम हो जाएंगी और आपको इनसे बाहर निकलने का मौका मिलेगा। 15 तारीख को सूर्य महाराज के भी सप्तम भाव में आ जाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, लेकिन राशि के स्वामी बृहस्पति के कमजोर होने के कारण छोटी-छोटी समस्याएं लगी रह सकती हैं। मंगल भी 7 तारीख से केतु के साथ नवम भाव में बैठकर मंगल केतु अंगारक योग बनाएंगे जो आपको स्वास्थ्य समस्याएं देने में सक्षम होंगे। इस दौरान किसी भी प्रकार के संक्रामक रोग के प्रति विशेष सावधानी रखें और अनियमित रक्तचाप आपको परेशानी दे सकता है इसलिए अपने स्वास्थ्य का इस पूरे महीने ध्यान रखें।

कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना औसत से कुछ बेहतर रहने की उम्मीद की जा सकती है। दशम भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में आपके छठे भाव में सूर्य देव के साथ विराजमान रहेंगे। शनि महाराज चतुर्थ भाव में बैठकर छठे भाव में स्थित बुध महाराज को और दशम भाव को पूर्ण रूप से देखेंगे जिससे कार्यक्षेत्र में आपको कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता पड़ेगी। आपके ऊपर काम का दबाव भी रहेगा और आप जी भरकर मेहनत करेंगे। 6 तारीख से बुध मिथुन राशि में आपके सप्तम भाव में आएंगे। यह समय कार्यक्षेत्र में आपको सफलता दिला सकता है। इस दौरान आपकी पदोन्नति के योग भी बन सकते हैं। हालांकि, 22 तारीख से बुध महाराज के अष्टम भाव में चले जाने से कार्यक्षेत्र में फिर से कुछ समस्याएं आ सकती हैं और इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में बहुत ज्यादा सावधानी के साथ काम करने की दरकार होगी क्योंकि छोटी सी गलती समस्या बन सकती है। छठे भाव के स्वामी शुक्र महाराज 29 तारीख तक पंचम भाव में रहेंगे और उसके बाद छठे भाव में आ जाएंगे जिससे महीने के लगभग अधिकांश समय में आपको नई नौकरी की प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह महीना उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। महीने की शुरुआत कमजोर रहेगी। सप्तम भाव में बृहस्पति महाराज विराजमान तो रहेंगे, लेकिन वह 9 तारीख से अस्त अवस्था में आ जाएंगे और उनके प्रभाव में कमी आएगी। ऐसे में, आपको सही निर्णय लेने में असुविधा हो सकती है। 6 तारीख से 22 तारीख के बीच बुध अपनी ही राशि में सप्तम भाव में रहकर आपको व्यापार में वृद्धि और सही निर्णय लेने वाला व्यक्ति बनाएंगे। उसके बाद का समय अपेक्षाकृत कमजोर रहेगा इसलिए आपको सावधानियां रखते हुए ही अपने व्यापार में कोई कदम उठाना चाहिए।

प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो आपके लिए यह महीना काफी हद तक अनुकूल रहने की संभावना है। पंचम भाव के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे। इस दौरान आप अपने प्यार में कुछ छुपे-छुपे से रहेंगे और अपने प्यार को छुपाने की कोशिश करेंगे। लेकिन, 7 तारीख से वह आपके नवम भाव में चले जाएंगे और केतु के साथ विराजमान रहेंगे। इस दौरान अपने प्रियतम से कुछ कहासुनी होने के योग बनेंगे या उनको स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं, लेकिन आपका प्रेम परवान चढ़ेगा। पूरे महीने लगभग 29 तारीख तक शुक्र महाराज पंचम भाव में विराजमान रहकर आपके प्यार को बढ़ाएंगे। आप अपने प्रियतम के प्यार के रंग में रंगे नजर आएंगे। आपको उनके साथ रूमानियत भरे पल बिताने का भरपूर मौका मिलेगा। आप उनके साथ घूमने जाने, साथ में खाना खाने, फिल्म देखने और ऐसी सभी गतिविधियों में संलग्न रहेंगे जिससे एक-दूसरे को भरपूर समय भी देंगे और आपका रिश्ता आगे बढ़ेगा। यदि विवाहित जातकों की बात करें, तो बृहस्पति महाराज सप्तम भाव में पूरे महीने रहेंगे और 9 तारीख से अस्त हो जाएंगे। सप्तम भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में छठे भाव में विराजमान रहकर वैवाहिक संबंधों में तनाव और टकराव को बढ़ा सकते हैं। लेकिन, 6 तारीख से सप्तम भाव में आएंगे और 22 तारीख तक वहीं विराजमान रहेंगे। इस दौरान वैवाहिक संबंधों में मधुरता आएगी। आपके बीच प्रेम भाव बढ़ेगा। एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। संवाद कौशल अच्छा होने से रिश्ते में मौजूद गलतफ़हमियां दूर होंगी और आपका रिश्ता मजबूत होगा। लेकिन, 22 तारीख से बुध महाराज के अष्टम भाव में चले जाने से फिर से कुछ समस्याएं जन्म ले सकती हैं। परिवार में ससुराल पक्ष के लोगों का हस्तक्षेप भी परेशानी का कारण बन सकता है इसलिए आपको इस विषय में अपने जीवनसाथी से स्पष्ट रूप से बात करनी चाहिए और अपने रिश्ते को संभालने पर ध्यान देना चाहिए।

सलाह: आपको अपनी राशि के स्वामी बृहस्पति महाराज के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए। भगवान श्री हरि विष्णु जी की उपासना करें और उन्हें पीला चंदन अर्पित करें। बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा करें और पीपल वृक्ष को स्पर्श किए बिना जल अर्पित करें। यदि संभव हो, तो बृहस्पतिवार के दिन केले और पीपल का वृक्ष लगाएं।

सामान्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना धनु राशि के जातकों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे, लेकिन 9 जून से वह अस्त अवस्था में आ जाएंगे। ऐसे में, इनके प्रभाव में कुछ कमी आएगी। बृहस्पति के शुभ प्रभाव कुछ कम हो जाएंगे जिससे व्यापार और वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थितियां जन्म ले सकती हैं। आपको उन्हें संभालने के लिए ज्यादा प्रयत्न और मेहनत करनी होगी। इसी दौरान विशेष रूप से आपको स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं और इनके प्रति आपको शिथिलता बरतने से बचना चाहिए। ऐसा न करने पर समस्याएं बढ़ सकती हैं। नौकरी करने वाले लोगों को शनि महाराज की दृष्टि दशम भाव पर होने के कारण कठिन परिश्रम करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। नवम भाव में केतु और तीसरे भाव में राहु महाराज आपके लिए लंबी यात्राएं और धार्मिक तीर्थ यात्रा करने का योग बनाएंगे। आपके अंदर जोखिम लेने की प्रवृत्ति बढ़ेगी जो व्यापार के लिए कई मामलों में अच्छी साबित होगी फिर भी आपको ध्यान रखना होगा। पारिवारिक संबंधों में उतार-चढ़ाव जैसी स्थिति बनी रहने की संभावना है। प्रेम संबंधों के लिए यह महीना बहुत अच्छा रहेगा। शुक्र महाराज की कृपा से आपके रिश्ते में रूमानियत भरे पल बने रहेंगे और आप अपने प्रेम जीवन को अच्छे से व्यतीत कर पाएंगे। विद्यार्थियों को कठिन चुनौतियों के बाद सफलता मिलने के योग बनेंगे। आपको प्रतियोगिता परीक्षा में भी अच्छी सफलता मिल सकती है। यदि आप विदेश जाना चाहते हैं तो इस मामले में भी सफलता मिलने की संभावना है। इस महीने आपको वाहन सावधानी से चलाना चाहिए क्योंकि दुर्घटना होने की संभावना महीने की शुरुआत में बन सकती है इसलिए पहले सप्ताह के दौरान वाहन चलाने से परहेज करें तो बेहतर होगा।

वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो यह महीना आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आ सकता है। दूसरे भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे जिससे पारिवारिक संपत्तियों से आपको धन और सुख की प्राप्ति हो सकती है। परिवार के सदस्यों की भी आमदनी से संपत्ति में कुछ वृद्धि देखने को मिल सकती है। शुक्र महाराज लगभग पूरे महीने पंचम भाव में बैठकर एकादश भाव को देखेंगे। एकादश भाव में उनकी तुला राशि है जिससे वह उस घर को मजबूत करेंगे और आपकी आमदनी को बढ़ाते चले जाएंगे। इस दौरान कोई नई नौकरी प्राप्त होने का योग भी बन सकता है। सूर्य और बुध महीने की शुरुआत में छठे भाव में और मंगल महाराज अष्टम भाव में महीने की शुरुआत में रहेंगे जो आपके अवांछित खर्चों को बढ़ाएंगे। इस दौरान आपके खर्च भी तेजी से बढ़ेंगे जिनको नियंत्रण में लाने के लिए आपको लगातार प्रयास करते रहने होंगे। 6 तारीख को बुध सप्तम भाव में और 7 तारीख को मंगल अष्टम से निकलकर नवम भाव में चले जाएंगे, तब इन खर्चों में काफी हद तक कमी आ जाएगी। 15 तारीख से सूर्य महाराज भी सप्तम भाव में आ जाएंगे, तब आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। बृहस्पति महाराज की कृपा से भी आर्थिक लाभ होने के योग लगातार बने रहेंगे। उसके बाद, 22 तारीख से बुध के अष्टम भाव में आने से कुछ खर्चों में बढ़ोतरी होगी, फिर भी आपकी आमदनी अच्छी रहने से आपको कोई बड़ी समस्या नहीं होगी और आप आर्थिक तौर पर मजबूत बन पाएंगे।

पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। दूसरे भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने आपके चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे और वहां से आपके छठे भाव, दशम भाव और प्रथम भाव को देखेंगे। चतुर्थ भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज, जो आपकी राशि के स्वामी भी हैं, पूरे महीने सप्तम भाव में रहेंगे और 9 जून से अस्त अवस्था में आ जाएंगे, वहां से वह आपके एकादश भाव, प्रथम भाव और तृतीय भाव को देखेंगे। मंगल महाराज महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में बैठकर दूसरे और तीसरे भाव को देखेंगे और उसके बाद 7 तारीख से नवम भाव में केतु के साथ बैठकर मंगल केतु अंगारक योग बनाएंगे और वहां से आपके तीसरे और चौथे भाव को देखेंगे। इससे पारिवारिक जीवन में असंतुलन देखने को मिल सकता है। आपसी सामंजस्य की कमी होगी जिससे परिवार का माहौल बिगड़ सकता है। आपके पिताजी और माताजी को शारीरिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। विशेष रूप से प्रथम सप्ताह के बाद जब मंगल का गोचर होगा तो वह समय आपके माता और पिता के स्वास्थ्य को पीड़ित कर सकता है इसलिए आपको उन दोनों के ही स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। आपके भाई-बहनों से संबंध भी बनते-बिगड़ते रहेंगे क्योंकि मंगल पूरे महीने आपके तीसरे भाव पर दृष्टि डालेंगे, जहां पर पहले से ही राहु महाराज विराजमान हैं। ऐसे में, मंगल और राहु का यह संयोग अच्छा नहीं कहा जा सकता है। आपके भाई-बहनों को कुछ परेशानियां हो सकती हैं, उनका ध्यान रखें और उनकी मदद करें और उनसे अच्छे संबंध बनाए रखने पर ध्यान दें। पारिवारिक संपत्ति से आपको लाभ मिल सकता है और परिवार की आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है। परिवार की संपत्ति से परिजनों को आर्थिक लाभ भी हो सकते हैं।